सभी दलित भाइयों को जै भीम 🐘🐘🐘
भाइयों आज का दिन भीमवता के इतिहास का सबसे दुखद दिन है। आज ही के दिन मनुवादी देश अमेरिका जिसकी खोज दलित कोलम्बस कांबली ने की,ने जापान में दलितों के शहर हिरोशिमा (जो हीरा और सीमा नाम के दो दलित प्रेमियों के नाम पर पड़ा था) पर परमाणु बम गिराया था।
लेकिन मेरे दलित भाइयों आज का दिन इसलिए भी काला है क्योंकि जिस 'भिमाणु' की खोज हमारे महागुरु ने की थी उसे इन दुष्ट ब्राह्मण मनुवादियों ने उसका नाम परमाणु कर दिया और ये अफवाह उड़ा दिया कि उसकी खोज किसी जॉन शुक्ला डाल्टन ने की।
लेकिन भाइयों आज मैं आपको सच्चाई बताउंगी जिसे सुन आप भुचक्के रह जाओगे।
एक बार हमारे बाबा साहब एक वन में बैठे बैठे अपनी नीली डायरी में 'भिमाणु' की रचना कर रहे थे तभी उन्हें 'झाँणा' यानी कि दीर्घशंका लगी। बाबा साहब ने अपनी नीली डायरी को भीमवृक्ष के नीचे घास पर रख दिया और झाँणा फिरने चले गए।
तभी वहां जॉन शुक्ला डाल्टन नाम का मनुवादी ब्राह्मण गाय चराने आया। उसने देखा की पेड़ के पीछे से आँखों को चुंधिया देने वाली तेज रौशनी निकल रही थी। वह भुचक्का होकर जब वहां पहुंचा तो उसे एक नीली डायरी रखी हुई देखी और कौतूहल वश उसे हाथों में ले कर उसके पन्ने पलटने लगा।
जब वो डायरी के मध्य भाग में पहुंचा तो देखा कि P (पांडे) और n (नायडू) दलितों पर राज करने के लिए गठबंधन किये हुए थे लेकिन उनको घेरे हुए Bheem का एक कण e चारो ओर से घूम घूम कर पहरेदारी कर रहा था।
जॉन शुक्ला ने देखा जब P और n दलितों पर अपना शासन चलाने के लिए ज्यादा उत्तेजित हो कर कोशिश करते हैं तो उनकी नशों में खिंचाव आ जाता है और उनकी नशे फट जाती है , जिससे काफी तेज आवाज होती है और काफी अनियंत्रित मात्रा में विनाशकारी ऊर्जा निकलने लगती है जिससे पुरे भिमाण्ड में तबाही मचने लगती है। आवाज सुनकर बाबा साहब दीर्घशंका से भागे भागे आते हैं और जॉन के हाथ से डायरी छीन कर बंद कर देते हैं और समूचा भिमाण्ड शांत हो जाता है।
जॉन शुक्ला वहां से भाग जाता है और 108 दिवसीय अखंड पाठ कर लोगों को बता देता है कि उसने परमाणु की खोज की है और समस्त संसार इस बात को मान लेता है।
मेरे दलित भाईयों, हमें सौगंध है भिमाणु के एक एक कण की.. हम मनुवादियों की सच्चाई दुनिया के सामने लाएंगे और एक बार फिर परमाणु को उसका गौरवशाली नाम भिमाणु लौटाएंगे !
चढ़ जॉन डाल्टन की छाती पर
बटन दबाओ हाथी पर !!
जै भीम जै रिजर्वेशन 🐘🐘🐘